तभी सब सच कहा करते, खुले चेहरे खुली किताब होते हैं, यह हंसी चेहरे हंसी चेहरे। तभी सब सच कहा करते, खुले चेहरे खुली किताब होते हैं, यह हंसी चेहरे हंसी चेह...
ये दुनिया बेहद खूबसूरत बड़ी हसीन नज़र आएगी। ये दुनिया बेहद खूबसूरत बड़ी हसीन नज़र आएगी।
चेहरे पे कितने चेहरे हैं, क्यूं दिलों पे इतने पहरे हैं। मुस्काने सभी झुठी हैं, हर रू चेहरे पे कितने चेहरे हैं, क्यूं दिलों पे इतने पहरे हैं। मुस्काने सभी झुठी ...
अभी तो सिर्फ़ लब खुले हैं जुबाँ मुखर हुई तो शब्दों की आँधी में ढ़ह जाएगी आधी से ज़्याद अभी तो सिर्फ़ लब खुले हैं जुबाँ मुखर हुई तो शब्दों की आँधी में ढ़ह जाएगी आधी ...
दल तो मिले हुए हैं....। दल तो मिले हुए हैं....।
एक अभेद्य किला बन जाते हैं, अपनी गरिमा की धरोहर को बचाने के लिए। एक अभेद्य किला बन जाते हैं, अपनी गरिमा की धरोहर को बचाने के लिए।